प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता

*किसानों को मोटे अनाज की पैदावार के लिये प्रेरित किया*

 *मुख्य विकास अधिकारी ने किया किसान मेला व किसान गोष्ठी का उद्घाटन*

 *किसान अधिक से अधिक जैविक खाद का प्रयोग करें – सीडीओ*

*गोण्डा, 01 नवंबर, 2023* – परंपरागत कृषि विकास योजनान्तर्गत बुधवार को वेंकटाचार्य क्लब में किसान मेला एवं किसान गोष्ठी आयोजित की गई । कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन सीडीओ एम अरुन्मौली द्वारा फीता काटकर किया गया। मुख्य अतिथि ने किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया । उन्होंने मोटे अनाजों को मानव स्वास्थ्य, पशु स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के लिए अत्यंत उपयोगी बताया। उन्होंने बताया कि मोटे अनाजों के सेवन से हमारा शरीर स्वस्थ्य रहता है। उन्होंने घरेलू कचरे से कम्पोस्ट खाद बनाकर खेती में प्रयोग करने का आह्वान किया। उप कृषि निदेशक प्रेम ठाकुर ने जनपद में की जा रही जैविक खेती की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि जैविक खेती में रसायनों का प्रयोग कदापि नहीं किया जाता है । इससे हमारा स्वास्थ्य तथा पर्यावरण सुरक्षित रहता है । उन्होंने किसानों से जैविक खेती अपनाने का आवाहन किया ।

जिला कृषि अधिकारी जगदीश प्रसाद यादव ने फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, फसलों के बीजों व अन्य निवेशों में देय अनुदान की जानकारी दी । डॉ रामलखन सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक शस्य विज्ञान कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर ने जैविक खेती के अंतर्गत जैव उर्वरकों का प्रयोग एवं महत्व, हरी खाद उत्पादन तकनीक, दलहनी फसलों की खेती, ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई आदि की जानकारी दी । मिथिलेश झा वैज्ञानिक कृषि अभियंत्रण लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र ने बताया कि एक देशी गाय से 30 एकड़ खेती की जा सकती है । फसलों में बीजामृत, जीवामृत, ब्रह्मास्त्र,नीमास्त्र आदि का प्रयोग कर गुणवत्तायुक्त अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है । कृषि रसायनों के प्रयोग की कोई जरूरत भी नहीं पड़ती है । डॉ. डीके सिंह मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक इफको ने नैनो यूरिया, नैनो डीएपी, नैनो जिंक, सागरिका, एनपीके कंसोर्टियम आदि के प्रयोग एवं महत्व की जानकारी दी । रविशंकर सिंह संचालक कृषक उत्पादक संगठन ने मोटे अनाजों की जैविक खेती को बहुत लाभकारी बताया । उन्होंने बताया कि मोटे अनाज रागी में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा पाई जाती है । इसका प्रयोग सुपर बेबी फूड के रूप में किया जाता है ।

उमा सिंह साहित्यकार ने अदम गोंडवी को याद करते हुए जिक्र किया कि योजनाओं को किसानों के खेत पर क्रियान्वित किया जाये। उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी को अपराजिता का पौधा भेंटकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया । आरपीएन सिंह कृषि विभाग ने मंच का संचालन किया । राम बहादुर सिंह संचालक कृषक उत्पादक संगठन, अवध जैविक कृषक उत्पादक संगठन, नमामि गंगे, राजकीय कृषि भंडार, कृषि रक्षा रसायन विभाग, गन्ना विकास विभाग आदि ने प्रदर्शनी लगाकर उन्नत कृषि तकनीक की जानकारी दी । इस अवसर पर शिवशंकर चौधरी उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, पारसराम भूमि संरक्षण अधिकारी, महेश गुप्ता अतिरिक्त जिला कृषि अधिकारी, सुमित तिवारी केके मिश्रा, प्रतिमा, दीपशिखा, पुष्पा आदि उपस्थित रहे । प्रगतिशील कृषकों रमेश कुमार, शुक्ला प्रसाद शुक्ला, ओमप्रकाश पांडेय आदि ने प्रतिभाग कर जैविक खेती की तकनीकी जानकारी प्राप्त की ।

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