**वासना का नाश करती है भागवत कथा: आचार्य चंद्रदत्त सुबेदी ने किया मोक्ष का महत्व स्पष्ट**
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
**गोण्डा।** रानी बाजार स्थित श्रीराम जानकी मारवाड़ी धर्मशाला में पोखरमल रंगलाल परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के समापन दिवस पर भक्तों का हृदय भक्ति रस से सराबोर हो गया। कथा के दौरान आचार्य चंद्रदत्त सुबेदी ने श्रीमद्भागवत के गहन रहस्यों को उजागर करते हुए कहा कि भागवत कथा मनुष्य की वासना को समाप्त कर देती है, जिससे आत्मा मोक्ष को प्राप्त करती है। उन्होंने बताया कि पुनर्जन्म तब तक होता है जब तक हृदय में वासना का बीज मौजूद रहता है, और भागवत कथा इस बीज को जला देती है, जिससे जीव का पुनर्जन्म नहीं होता।
आचार्य ने भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की भव्य लीला का वर्णन करते हुए बताया कि यह लीला आत्मीयता और मित्रता का अद्भुत उदाहरण है, जिससे भक्त भावविभोर हो उठे। कथा के दौरान भगवान की अष्ट पटरानियों की कथा, यदुकुल के क्षय की कथा, और महाराज परीक्षित की मुक्ति की कथा का भी वर्णन हुआ।
इस पावन अवसर पर कई श्रद्धालु उपस्थित रहे, जिनमें राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल एडवोकेट, गोपाल कृष्ण अग्रवाल, पंकज अग्रवाल एडवोकेट, अंशुमान अग्रवाल, अर्चित अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, संजय अग्रवाल, सुशील जालान, सचिन सिंघल, चिंटू अग्रवाल, मनीष केडिया, शोभा अग्रवाल, सरोज अग्रवाल, अंजना अग्रवाल, स्वाति अग्रवाल और नेहा अग्रवाल शामिल थे।



