जिला अस्पताल गोंडा में लापरवाही और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप, मंडलायुक्त ने दिए जांच के आदेश
स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोपों से हड़कंप, प्रशासन ने की सख्त कार्रवाई
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने स्वास्थ्य और राजस्व मामलों में गड़बड़ी करने के मामलों पर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने जांच संबंधित विभागीय उच्चाधिकारियों और जिला प्रशासन को सौंपी है। जांच के बाद इन जांच अफसरों को अपनी विस्तृत रिपोर्ट मंडलायुक्त को सौपनी होगी।

गोंडा: जिला अस्पताल गोंडा में इलाज के दौरान मरीज की मौत और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि वे अपर जिलाधिकारी (एडीएम) के माध्यम से पूरे प्रकरण की जांच कराएं और 30 सितंबर 2024 तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

शिकायतकर्ता महेश निषाद ने आरोप लगाया है कि उनकी भाभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था, लेकिन डॉक्टरों की अनुपस्थिति में केवल स्टाफ नर्स इलाज करती रही। स्टाफ नर्स ने हर बार दवाओं के लिए पैसे मांगे और मरीज की मौत के बाद मृत्यु प्रमाण-पत्र के लिए 700 रुपये की मांग की गई। पैसे न देने पर परिजनों के साथ मारपीट भी करवाई गई।

चारागाह भूमि विवाद में फर्जी रिपोर्ट पर कार्रवाई के आदेश

गोंडा: देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने तहसील तरबगंज के लेखपाल और राजस्व निरीक्षक पर फर्जी रिपोर्ट के आधार पर चरागाह भूमि विवाद का निस्तारण करने के गंभीर आरोपों की जांच के निर्देश दिए हैं। प्रार्थी देवकांत ने आरोप लगाया है कि लेखपाल और राजस्व निरीक्षक ने उ.प्र. राजस्व संहिता 2006 की धारा 67 के तहत पारित आदेश की अवहेलना करते हुए गलत रिपोर्ट दी थी। इस मामले की जांच मुख्य राजस्व अधिकारी से कराकर 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी गई है।

पट्टा दिलाने के नाम पर 1.63 लाख की ठगी, लेखपाल के खिलाफ जांच शुरू

गोंडा: शुकुलपुर की निवासी मुन्नी देवी से 1.63 लाख रुपये की ठगी के मामले में मंडलायुक्त ने लेखपाल राज कुमार के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि लेखपाल ने पट्टा दिलाने के नाम पर उनसे पैसे वसूले और बदले में फर्जी पट्टा प्रमाण-पत्र दिया। कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद मंडलायुक्त ने मुख्य राजस्व अधिकारी को 10 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

रेहरा बाजार स्वास्थ्य केंद्र पर दवा वितरण में गड़बड़ी का आरोप, जांच के आदेश

गोंडा: रेहरा बाजार स्वास्थ्य केंद्र पर फार्मासिस्ट नरसिंह पाठक के खिलाफ सरकारी दवाओं के वितरण में अनियमितताओं के आरोपों की जांच के लिए मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने आदेश दिए हैं। शिकायतकर्ता शिव शंकर यादव ने आरोप लगाया कि फार्मासिस्ट मरीजों को बाहर से दवा खरीदने पर मजबूर कर रहे हैं, जिससे गरीब मरीजों को आर्थिक परेशानी हो रही है। इस मामले की जांच अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण द्वारा एक सप्ताह के भीतर की जाएगी।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *