जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति प्रतिबद्ध है प्रशासन: डीएम नेहा शर्मा
मंडलायुक्त के पास पहुंची थी शिकायत, डीएम नेहा शर्मा की त्वरित कार्रवाई
5 महीने पुरानी आईजीआरएस शिकायत मिनटों में हुई दूर, परिवहन निगम के अधिकारियों को डीएम ने लगाई फटकार
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
गोंडा, 11 दिसंबर:
जन शिकायतों के त्वरित निस्तारण के प्रति प्रशासन की प्रतिबद्धता का एक उदाहरण गोंडा जिले में देखने को मिला, जहां मंडलायुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील के निर्देश के क्रम में पांच महीने पुरानी शिकायत का समाधान डीएम नेहा शर्मा ने कुछ ही मिनटों में कर दिया।
यह मामला उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एक बस से जुड़ी शिकायत का था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 1 जुलाई 2024 को कैसरबाग डिपो की एक बस के परिचालक ने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए उसे करनैलगंज-गोंडा मार्ग पर निर्धारित स्थान से पहले ही चिलचिलाती धूप में उतार दिया। शिकायत आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज होने के बावजूद पांच महीने तक लंबित रही।
मंडलायुक्त के निर्देश और जिलाधिकारी की कार्रवाई
मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी नेहा शर्मा को निर्देश दिए कि शिकायत का समाधान तत्काल सुनिश्चित किया जाए। डीएम नेहा शर्मा ने तुरंत कार्रवाई करते हुए परिवहन निगम के अधिकारियों, शिकायतकर्ता और आरोपी परिचालक को 10 दिसंबर को जिलाधिकारी कार्यालय में बुलाया।
मामला कुछ ही मिनटों में सुलझा
बैठक में दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। आरोपी परिचालक ने अपनी गलती स्वीकार की और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने का लिखित और मौखिक आश्वासन दिया। शिकायतकर्ता ने आरोपी की माफी को स्वीकार कर लिया। जिलाधिकारी ने परिचालक को कड़ी चेतावनी देते हुए उसे जनहित के प्रति सतर्क रहने के निर्देश दिए।
दिखी प्रशासन की प्रतिबद्धता
मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जन शिकायतों का समयबद्ध और प्रभावी समाधान प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता की संतुष्टि ही प्रशासन की साख का प्रमाण है। डीएम नेहा शर्मा ने भी चेतावनी दी कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंडलायुक्त और जिलाधिकारी के त्वरित और सख्त रुख ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि प्रशासन जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इस घटनाक्रम ने जनता में प्रशासन की सकारात्मक छवि को और मजबूत किया है।



