1156 स्कूलों में अपार आईडी न बनने पर सख्ती, प्रधानाचार्यों को नोटिस जारी
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गोंडा: जिले में 1156 स्कूलों में एक भी छात्र की अपार (Aadhaar-Enabled Progressive Academic Report) आईडी न बनने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अतुल कुमार तिवारी ने कड़ा रुख अपनाया है। बीएसए ने परिषदीय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और निजी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को नोटिस जारी करते हुए इस लापरवाही पर स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने चेतावनी दी है कि समय पर कार्रवाई न करने पर संबंधित कर्मचारियों का वेतन रोका जाएगा और अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
जिले में 9 और 10 दिसंबर को राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा एवं डीजी स्कूल शिक्षा के निर्देश पर मेगा अपार दिवस का आयोजन किया गया था। इस अभियान का उद्देश्य जिले के सभी विद्यालयों में छात्रों की अपार आईडी जेनरेट करना था। हालांकि, अभियान के बाद भी 1156 विद्यालयों ने इस कार्य में कोई प्रगति नहीं दिखाई।
जिला शिक्षा विभाग के अनुसार, जिले के 4,793 स्कूलों में 6.45 लाख छात्रों का पंजीकरण है। अभी तक मात्र 77,587 छात्रों की अपार आईडी ही बनाई जा सकी है, जो कुल पंजीकृत छात्रों का एक छोटा हिस्सा है। डीसी एमआईएस जगदीश गुप्ता ने बताया कि सभी विद्यालयों को यह कार्य प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अधिकांश स्कूल इस मामले में फिसड्डी साबित हुए।
बीएसए ने स्पष्ट किया है कि एक से बारहवीं कक्षा तक के सभी छात्रों की अपार आईडी जेनरेट करना अनिवार्य है। जिन विद्यालयों ने इस कार्य में लापरवाही बरती है, उनके प्रधानाचार्य, शिक्षामित्र और अनुदेशक के दिसंबर महीने के वेतन पर रोक लगाई जाएगी। साथ ही, अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के निर्देशानुसार, अपार आईडी से छात्रों का शैक्षिक डेटा डिजिटल रूप से संरक्षित होता है, जो उनकी प्रगति को ट्रैक करने में मदद करता है। यह आईडी शिक्षा प्रणाली को पारदर्शी और सटीक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
बीएसए ने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया है कि वे तत्काल प्रभाव से छात्रों की अपार आईडी बनाने का काम पूरा करें। समय पर कार्य न होने की स्थिति में विभागीय कार्रवाई तेज की जाएगी।
जिले के शिक्षा तंत्र में सुधार और प्रशासनिक कड़े निर्देशों का यह कदम शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। अब यह देखना होगा कि कितनी जल्दी जिले के सभी छात्र अपार आईडी से जुड़ पाते हैं।



