डीएम नेहा शर्मा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वनटांगिया परिवारों के विकास के सपनों को किया साकार
वनटांगिया गांवों की बदली आबो-हवा: अब घास-फूस से पक्के मकानों तक का सफर
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा:
जंगलों में जीवन व्यतीत करने वाले वनटांगिया समुदाय के लिए यह किसी सपने के साकार होने जैसा है। कभी घास-फूस और कच्चे मकानों में रहने वाले इन परिवारों का जीवन अब स्थिरता, सुरक्षा और सम्मान के एक नए युग में प्रवेश कर चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह समुदाय विकास की मुख्यधारा से जुड़कर एक नई पहचान बना रहा है।
अनवरत प्रबंधन से हुआ वनटांगिया समुदाय का जीवन-परिवर्तन
योगी सरकार के प्रयासों ने बीते सात वर्षों में वनटांगिया समुदाय के लिए ऐसे परिवर्तन किए हैं, जो पहले केवल कल्पना लगते थे। प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत इन परिवारों को पक्के मकान मिले हैं। बिजली, पानी, शौचालय और शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता ने इनकी कठिन जिंदगी को आसान बना दिया है।
रोजगार और सम्मानजनक जीवन की ओर बढ़ा परिवार
रोजगार के नए अवसरों ने वनटांगिया समुदाय को आत्मनिर्भर बनाया है। खेती, स्वरोजगार और सरकारी योजनाओं से जुड़े कार्यों ने इन लोगों को न केवल आर्थिक रूप से सशक्त किया है, बल्कि उन्हें सामाजिक पहचान भी दिलाई है।
डीएम नेहा शर्मा ने निभाई विकास में सक्रिय भूमिका
जिले की डीएम नेहा शर्मा ने मुख्यमंत्री के विजन को जमीनी स्तर पर साकार करने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। उन्होंने वनटांगिया गांवों में योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया और नियमित निरीक्षणों के माध्यम से यह सुनिश्चित किया कि कोई भी परिवार विकास से अछूता न रहे। उनके नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर, शिक्षा अभियान और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर इन परिवारों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने का प्रयास किया गया।
गढ़े जा रहे भविष्य के सपने भी
सरकार और प्रशासन की यह पहल वनटांगिया समुदाय के लिए केवल शुरुआत है। अब ये परिवार न केवल बेहतर जीवन जी रहे हैं, बल्कि अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के सपने भी देख रहे हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान देकर आने वाली पीढ़ियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने का प्रयास जारी है।
वनटांगिया गांवों की यह कहानी योगी सरकार के समर्पण और प्रशासन के कुशल प्रबंधन का जीवंत उदाहरण है। यह साबित करता है कि सही नीतियों और दृढ़ संकल्प से किसी भी समुदाय का जीवन बदला जा सकता है। वनटांगिया परिवारों का यह सफर विकास की मुख्यधारा से जुड़ने और सम्मानजनक जीवन जीने की दिशा में प्रेरणादायक कदम है।



