*सुशासन दिवस पर जिला प्रशासन की बड़ी पहल, जनपद के 101 गांव बने राजस्व वाद रहित*
आगे अभी कई दर्जन गाँव भी होंगे वाद रहित
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा: पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन सुशासन दिवस पर गोंडा जिले ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के नेतृत्व में जिले की चारों तहसीलों के 101 गांवों को “राजस्व वाद रहित” घोषित किया गया है। यह पहल न केवल प्रशासनिक पारदर्शिता की मिसाल है, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में स्थायी शांति और विकास लाने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।
सुशासन दिवस का उद्देश्य नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाना और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और प्रभावी करना है। इसी प्रेरणा के तहत जिला प्रशासन गोण्डा ने महीने भर चलने वाले इस विशेष अभियान में ग्रामीणों को न्याय दिलाने और राजस्व विवादों को पूरी तरह समाप्त करने का काम किया।
*एक महीने की मेहनत का नतीजा*

जिले की चारों तहसीलों – तरबगंज, करनैलगंज और गोंडा सदर में 25-25 गांवों का चयन किया गय है। वहीं, मनकापुर तहसील में 26 गांवों का चयन किया गया है। इस मिशन को सफल बनाने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिन-रात काम किया। पंचायत स्तर पर विवादों का समाधान निकालने के लिए बैठकों का आयोजन किया गया, जहां आपसी सहमति और बातचीत के जरिए लंबित मामलों को सुलझाया गया।

*प्रमुख प्रक्रिया और कदम*
1. विवादों की पहचान: सबसे पहले हर गांव में चल रहे राजस्व विवादों की सूची बनाई गई।
2. पक्षकारों को बुलाना: संबंधित पक्षों को बातचीत के जरिए समाधान के लिए आमंत्रित किया गया।
3. आपसी सहमति: मामलों को सुलझाने के लिए सहमति पर जोर दिया गया।
4. सत्यापन और निपटान: निस्तारित विवादों की तहसील और जिला स्तर पर जांच और सत्यापन किया गया।
*जिलाधिकारी ने व्यक्त की प्रसन्नता*
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस पहल की सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा, “सुशासन दिवस के इस खास मौके पर राजस्व वाद रहित गांवों की यह पहल ग्रामीणों के जीवन को सरल और विवाद मुक्त बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। हमारी टीम ने पूरी लगन और मेहनत से इस काम को अंजाम दिया है। यह अटल बिहारी वाजपेयी जी के सुशासन के सिद्धांतों को धरातल पर लाने की सच्ची कोशिश है।”
*ग्रामवासियों ने की खुलेमन से सराहना*
गांवों के निवासियों ने प्रशासन के इस प्रयास की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्षों पुराने विवादों का निपटारा होने से उनके जीवन में शांति आई है। यह पहल उनके लिए राहत और उम्मीद का संदेश लेकर आई है। ग्रामीणों ने सुशासन दिवस पर इस पहल को अटल जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि करार दिया।
*वाद विहीन ग्रामों की सूचीः तहसील गोंडा*
श्रीनगर (तेजाजोत), श्रीनगर (बगहीभारी), मेहनौन (धोबहा), मेहनौन (परासखाल), देवरिया अलावल (भगवानपुर), देवरिया अलावल (बरेली), धानेपुर, सालपुर (मिश्रौलियामाफी) , सालपुर , भदुआतरहर, पचरन (कड़वलिया), पचरन (संदेशवा), कोड़िया, खिरौरामोहन (बेलवाबकपुर), पूरे तिवारी, कौड़िया (पूरवदाचक), कौड़िया ( अड़बडवा), खिरौरामोहन (कपूरजोत), खिरौरामोहन ( भटपुरवा), पूरेतिवारी (भरहापारा), इटियाथोक (इमिलियारामनाथ), इटियाथोक ( भटपुरवा), तिर्रेमनोरमा, जिगना, तिर्रेमनोरमा (धनहोरी)

 

*वाद विहीन ग्रामों की सूचीः मनकापुर*
बेल गड़ी, बैलगड़िया, तकिया कुर्बान, बुटहा, रमईपुर सानी, चांदपुर माफी, माझा खुर्द, मुडिला, हलुवा, दुलहिया तिवारी, शेरापुर, अगया, मानपुर, रघुनंदन पुर, परानपुर, आराज़ी शेखाजोत, मझरेटी, समसपुर, बकुई बुजुर्ग, लेदिया खुर्द, बस्ती डोमा, बभनी खुर्द, चतुराभीटीस सेमासाथी, बलुआ तालाब और कांटा

 

*वाद मुक्त गांवों की सूची – तहसील तरबगंज*
गोपालपुर, शम्भूनगर, रमईपुर, महेशपुर वन, रामगढ़ टांगिया, जानकीनगर, सरायनामू, पूरे गयादीन, जलालपुर, अचलपुर, जमालुद्दीनपुर, लिदेहना, पूरे भिखई, सेमरीखुर्द, दलेलनगर, हनुमाननगर, रूकमंगदपुर, पेड़राही, चौबेपुर, गोदौरा, पूरे दयाल, रामपुर परगना महादेवा, खरगूपुर, बरसेड़ी, गोल्हीपुर
*वाद मुक्त गांवों की सूची: करनैलगंज*
पूरे बैजनाथ, अतरौलिया एहतमाली, अतरौलिया गैर एहतमाली, अतरसुईया, खुर्दाशीर, रमवापुर, लखनापुर, हडियागाड़ा, दुल्लापुर, पकड़ी, सुमेरपुर, खिन्दौरा, कमालपुर, तुलसीपुर, चन्द्रहरिया, पूरे संगम, वैदपुर, भुलियापुर, भोजजोत, रजावापुर, सरैया चौबे, हरदीटांड, अभईपुर, कम्पनी, कैथोली

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