दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण के लिए अभिभावक परामर्श कार्यशाला का आयोजन

प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
“दिव्यांगता तन से हो सकती है, मन से नहीं”— इसी संदेश को साकार करने के उद्देश्य से ब्लॉक संसाधन केंद्र, बेलसर में दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण हेतु अभिभावक परामर्श कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में ब्लॉक के समस्त न्यायपंचायतों के अभिभावकों सहित सैकड़ों दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया।
कार्यशाला में खंड शिक्षा अधिकारी आरके. सिंह ने अभिभावकों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि, “हर बच्चे के अंदर कोई न कोई विशिष्ट गुण होता है। हमें इन गुणों को पहचान कर उन्हें निखारना है और उनकी कमजोरियों को उनकी ताकत में बदलना है।” उन्होंने विभाग एवं सरकार द्वारा दिव्यांग बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी।
कार्यक्रम में जिला क्रीड़ा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दिव्यांग बच्चों को सम्मानित किया गया। मोहिनी, रजनी, सुमन, रितिका तिवारी, उत्कर्ष तिवारी, प्रिया, मधु तिवारी को ट्रैक सूट, टी-शर्ट, कॉपी और कलम देकर सम्मानित किया गया।
कार्यशाला का संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के ब्लॉक अध्यक्ष एवं एआरपी सत्यव्रत वर्मा ने किया। इस अवसर पर शैक्षिक संगठनों के विभिन्न पदाधिकारी राजेश कुमार शुक्ल, उमाशंकर सिंह, नरेन्द्र सिंह, रवि प्रकाश सिंह, आनन्द प्रताप सिंह, सत्यव्रत वर्मा, आरपी सिंह, जितेंद्र कुमार पांडेय उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में ब्लॉक लेखाकार अमित सिंह, स्पेशल एजुकेटर मृत्युंजय सिंह, विवेक सिंह, श्री चंद, संतबक्श सिंह, अर्जुन कनौजिया, सर्वेश कुमार, ध्रुव उपाध्याय, अंकित सिंह, संतोष रावत, अनिल पाठक, अजीत पांडेय, सुरेन्द्र सहित अन्य गणमान्य लोग, सम्मानित अभिभावक एवं बच्चे मौजूद रहे। यह कार्यशाला दिव्यांग बच्चों के जीवन में नई ऊर्जा और आत्मविश्वास का संचार करने के साथ-साथ अभिभावकों को प्रेरित करने में सफल रही।



