जिले में भीषण ठंड का कहर, बदली और कोहरे का दिखा असर, धूप गायब, जनजीवन प्रभावित
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
रविवार को जिले में लगातार दूसरे दिन भी कोहरे और बदली का जोर रहा। सूर्यदेव बादलों की ओट में छिपे रहे, जिससे जिलेवासियों को राहत नहीं मिल सकी। अधिकतम तापमान दो डिग्री गिरकर 21.6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री रहा। ठंड के कारण सड़कों पर आवाजाही कम रही, वहीं बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहा।
मौसम विभाग ने जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अगले 24 घंटों तक घने कोहरे की संभावना जताई है। लगातार कोहरे के कारण विजिबिलिटी सौ मीटर से कम रही। विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दिख रहा है।
कड़ाके की सर्दी ने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है। ठंड के कारण लोगों ने कपड़े धोने जैसे काम भी टाल दिए हैं। किसानों के लिए सबसे बड़ी चुनौती ठंड में गेंहू की सिंचाई करना बन गया है। बाजारों में गर्म कपड़े और हीटर की मांग बढ़ गई है।
जिला अस्पताल के डॉक्टर जितेंद्र मिश्र ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें और गुनगुना पानी पीते रहें। त्वचा की नमी बनाए रखने के लिए क्रीम का उपयोग करें। बच्चों को ठंड से बचाने के लिए विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
बाबू ईश्वर शरण अस्पताल के पीकू वार्ड में खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत से पीड़ित आधा दर्जन बच्चे भर्ती हैं। इनमें तीन माह की अलीशा से लेकर पांच साल की आराध्या तक के बच्चे शामिल हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस गुप्ता ने बताया कि बच्चों को ठंड से बचाने के लिए हमेशा गर्म कपड़ों में रखें। जुकाम और बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।
अस्पताल प्रशासन ने गंभीर रूप से बीमार बच्चों के इलाज के लिए 10 बेड का पीकू वार्ड तैयार किया है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के इस दौर में बच्चों को बाहर ले जाने से बचें और उन्हें पूरी तरह गर्म कपड़ों में लपेटकर रखें।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक ठंड का असर इसी तरह जारी रहेगा। अनुमान है कि जनवरी के तीसरे सप्ताह तक ठंड अपने चरम पर रहेगी।



