महिला डॉक्टर उपलब्ध, पर दवाओं का अभाव: मरीजों को सामान्य दवाओं से करना पड़ रहा है काम
अस्पताल में संचालित हो रही स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। मेडिकल कॉलेज से जुड़े बाबू ईश्वर शरण अस्पताल में महिला मरीजों के लिए यह राहत भले ही है कि यहां स्त्री एवं प्रसूति रोग के लिए चार महिला रोग विशेषज्ञों की तैनाती कर दी गई है। मगर महिला मामलों को लेकर दवाएं अस्पताल में नहीं हैं। कोविड अस्पताल में कमरा नंबर 7 में महिला रोग विशेषज्ञ नियमित रूप से ओपीडी में बैठ रही हैं। मरीजों की मुश्किलें तब बढ़ जाती हैं जब उन्हें उपचार के लिए जरूरी दवाएं नहीं मिल पातीं। ओपीडी में आने वाली महिलाओं को फिलहाल सामान्य दवाएं लिखकर इलाज किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज में धीरे-धीरे विभिन्न नए विभागों की शुरुआत हो रही है। हाल ही में न्यूरो विभाग की ओपीडी शुरू की गई, वहीं अब महिला रोग विभाग भी मरीजों के लिए उपलब्ध है। कोविड अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी चल रही है, जहां महिला रोग विशेषज्ञ नियमित रूप से मरीज देख रही हैं।
यहां बतौर सीनियर रेजीडेंट डॉ. सुवर्णा कुमार ने भी नई जिम्मेदारी संभाल ली है। उनके साथ असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. महीकीर्ति और दो अन्य महिला डॉक्टर तैनात हैं, जिससे अब कुल चार महिला रोग विशेषज्ञ मरीजों का इलाज कर रही हैं। हालांकि अस्पताल में स्त्री रोग की आवश्यक दवाएं उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को केवल सामान्य दवाओं से ही संतोष करना पड़ रहा है।
ओपीडी में तैनात महिला डॉक्टरों ने बताया कि महिलाओं को अभी उन दवाओं से इलाज किया जा रहा है, जो आमतौर पर महिला और पुरुष दोनों के लिए उपयोगी होती हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन को स्त्री रोग की आवश्यक दवाओं की सूची सौंप दी गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दवाओं की आपूर्ति हो जाएगी।
इस मामले में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एमडब्ल्यू खान ने कहा कि कोविड अस्पताल में स्त्री एवं प्रसूति रोग की ओपीडी नियमित रूप से संचालित की जा रही है। मरीजों को सामान्य दवाएं दी जा रही हैं। स्त्री रोग की विशेष दवाओं के लिए इंडेंट भेजा गया है, और जल्द ही दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाएगी।
लोग कहते हैं कि अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ की उपलब्धता से महिलाओं को बड़ी राहत मिली है, लेकिन दवाओं के अभाव में समस्या बनी हुई है। ऐसे में मरीजों को जल्द से जल्द दवाओं की उपलब्धता करायी जानी चाहिए बेहतर इलाज मिल सके।



