सीडीओ अंकिता जैन ने जिलास्तरीय अफसरों के साथ बैठक की
अफसरों ने टीबी मरीजों को देखभाल के लिए गोद लिया
टीबी मरीजों को गोद लेने से टीबी मुक्त भारत की तरफ बढ़ा अभियान, जिलास्तरीय अधिकारियों ने दिखाई मानवता
26 जनवरी की पूर्व संध्या पर हुई विशेष बैठक
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
26 जनवरी की पूर्व संध्या पर टीबी मुक्त भारत अभियान को गति देने के लिए विकास भवन सभागार में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा के निर्देशन और मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का उद्देश्य टीबी मरीजों को समाज की मुख्यधारा में शामिल करना और उनके स्वास्थ्य में सुधार करना था।
इस कार्यक्रम में जिले के सभी जिलास्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग, और टीबी क्लीनिक के अधिकारी उपस्थित रहे। डीडीओ सुशील कुमार श्रीवास्तव, डीपीआरओ लालजी दुबे, डीसी जेएन राव, और समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी समेत अन्य अधिकारियों ने अपनी उपस्थिति से इस पहल को सफल बनाया।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों ने टीबी मरीजों को गोद लेने की पहल की। मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने अधिकारियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह पहल न केवल टीबी मुक्त भारत अभियान को बढ़ावा देगी, बल्कि मरीजों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार होगी। डीडीओ सुशील कुमार श्रीवास्तव ने कहा, “हम सबकी जिम्मेदारी है कि टीबी मरीजों के प्रति सहानुभूति और सहयोग का हाथ बढ़ाएं। यह पहल हमारे समाज को स्वस्थ और सशक्त बनाएगी।” वहीं, डीपीआरओ लालजी दुबे और समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी ने मरीजों के प्रति अपनी संवेदनशीलता व्यक्त करते हुए इस पहल की सराहना की।
डीसी जेएन राव ने कहा कि यह अभियान न केवल स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाएगा, बल्कि समाज में एकजुटता और जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत करेगाकार्यक्रम में सभी अधिकारियों ने टीबी मरीजों के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने और उनके जीवन को बेहतर बनाने का संकल्प लिया। इस पहल के तहत अधिकारियों ने मरीजों के स्वास्थ्य की देखभाल और पुनर्वास के लिए हर संभव सहयोग करने का वादा किया। टीबी मुक्त भारत अभियान के इस प्रयास से यह संदेश गया कि जब समाज के सभी वर्ग एक साथ आकर सहयोग करते हैं, तो कोई भी चुनौती बड़ी नहीं होती। कार्यक्रम के अंत में अधिकारियों ने अपने-अपने स्तर पर टीबी मरीजों की सहायता के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया।
मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों-कर्मचारियों से कम से कम 1 टीबी मरीज को गोद लेने की अपील की, विकास भवन के 25 अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निःक्षय मित्र बनवा दिया। निक्षय मित्र टीबी के मरीजों को गोद लेते है तथा सम्पूर्ण इलाज के दौरान उनको पोषण पोटली प्रदान करेगा। साथ ही साथ उक्त टीबी मरीज के अलावा उनके परिवार के लोगों का भी हाल चाल लेगा, तथा मिलने वाली समस्त निःशुल्क सरकारी सेवाऐं प्रदान करने में भी मदद करेगा। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग से जिला क्षय रेाग अधिकारी डा जय गोविन्द एवं विवेक सरन जिला कार्यक्रम समन्वयक ने भी प्रतिभाग किया तथा टीबी मरीजों के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की। साथ ही साथ जनपद में चल रहे 100 दिवसीय टीबी कार्यक्रम के बारे में भी विस्तृत रूप से बताया।
मुख्य विकास अधिकारी ने अपील किया कि जनपद के ऐसे समाजसेवी, विभिन्न विभागों के लोग, ग्राम प्रधानों व अन्य जनप्रतिनिधियों से अपील की सभी ऐसे लोग जो टीबी मरीज गोद ले सकते हैं वे आगे आये और जनपद के शेष ऐसे टीबी मरीज जिनको अभी गोद नहीं लिया गया है, को गोद लें। निःक्षय मित्र बनने के लिये जनपद के जिला क्षय रेाग अधिकारी गोण्डा दूरभाष संख्या 7905346668 पर सम्पर्क करें, अथवा जिला चिकित्सालय पुरूष परिसर में स्थित राजकीय टीबी क्लीनिक में जाकर निःक्षय मित्र का फार्म लेकर बन सकते है।
जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी ने खुद 2-2 टीबी के मरीजों को गोद लेकर मिसाल पेश की एवं उन मरीजों को 26 जनवरी 2025 को पोषण सामग्री प्रदान करेंगी। इसी क्रम में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी एक पोषण वितरण कार्यक्रम जिला चिकित्सालय में आयोजित किया जायेगा। जिसमें लगभग 200 मरीजों को गोद दिलाया जायेगा।



