प्रयोगात्मक परीक्षा: 114 छात्र रहे अनुपस्थित, कंट्रोल रूम से निगरानी जारी
24 फरवरी से शुरू होंगी बोर्ड परीक्षाएं
डीआईओएस दफ्तर के कंट्रोल रूम से हो रही कड़ी निगरानी
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। जिले में यूपी बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं सुचारू रूप से जारी हैं। शुक्रवार को जिले के 113 परीक्षा केंद्रों पर विभिन्न विषयों की परीक्षाएं संपन्न कराई गईं। कुल 6734 पंजीकृत परीक्षार्थियों में से 6620 छात्रों ने परीक्षा में भाग लिया, जबकि 114 छात्र अनुपस्थित रहे।
जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. राम चन्द्र ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया और परीक्षाओं की व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बोर्ड के निर्देशानुसार सभी परीक्षा केंद्रों पर विषय विशेषज्ञ परीक्षकों द्वारा परीक्षाएं कराई जा रही हैं।
परीक्षाओं की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कार्यालय में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जहां से सभी केंद्रों की निगरानी की जा रही है। इसके लिए जिम्मेदार कर्मचारियों को तैनात किया गया है, जो हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। डीआईओएस डॉ. राम चन्द्र ने बताया कि जिले में प्रयोगात्मक परीक्षाओं के लिए 343 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां परीक्षाएं शांतिपूर्ण माहौल में हो रही हैं। उन्होंने सभी केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देश दिया कि बोर्ड के सभी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की मुख्य परीक्षाएं 24 फरवरी से आरंभ होने जा रही हैं। इसके मद्देनजर परीक्षा केंद्रों पर सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। डीआईओएस डॉ रामचन्द्र ने चेतावनी दी है कि यदि किसी परीक्षा केंद्र पर लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जिले में परीक्षाओं को नकलमुक्त और निष्पक्ष रूप से संपन्न कराने के लिए प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है।
नकलविहीन और पारदर्शी बोर्ड परीक्षा की नई रणनीति
प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए पहली बार लागू होगा डबल लॉक सिस्टम, सीसीटीवी की कड़ी निगरानी में रहेंगे स्ट्रांग रूम
गोण्डा। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं 24 फरवरी 2025 से शुरू होने जा रही हैं। परीक्षा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं और इस बार परीक्षा को पूरी तरह नकलविहीन और पारदर्शी बनाने के लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने एक अहम फैसला लिया है। परीक्षा के दौरान किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने और पुनः परीक्षा कराए जाने की स्थिति में प्रश्न पत्रों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इस बार सभी परीक्षा केंद्रों पर अतिरिक्त प्रश्न पत्रों का एक सेट सुरक्षित रखा जाएगा। इन प्रश्न पत्रों को परीक्षा केंद्रों पर पहले से मौजूद स्ट्रांग रूम में डबल लॉक आलमारी में रखा जाएगा, जिसकी सुरक्षा के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) डॉ. राम चन्द्र ने जानकारी दी कि इस बार परीक्षा के दौरान किसी भी संभावित आपात स्थिति को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त प्रश्न पत्रों को परीक्षा केंद्रों पर रखने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा में अब तक केवल तीन डबल लॉक आलमारी का उपयोग किया जाता था, जिनमें प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिकाएं रखी जाती थीं। लेकिन पहली बार यूपी बोर्ड ने अतिरिक्त प्रश्न पत्रों के लिए अलग से एक डबल लॉक आलमारी की व्यवस्था करने का फैसला किया है। इस नई व्यवस्था के तहत परीक्षा केंद्रों पर सभी प्रधानाचार्यों और केंद्र व्यवस्थापकों को निर्देशित किया गया है कि वे अतिरिक्त प्रश्न पत्रों को डबल लॉक सिस्टम के तहत सुरक्षित रखें और बिना सक्षम अधिकारियों की अनुमति के इन्हें न खोला जाए।
डबल लॉक सिस्टम से होगी अतिरिक्त प्रश्न पत्रों की सुरक्षा
बोर्ड परीक्षा में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने के लिए डबल लॉक सिस्टम अपनाया गया है। इसके तहत अतिरिक्त प्रश्न पत्रों की आलमारी को खोलने के लिए दो अलग-अलग चाभियों की जरूरत होगी।
- पहली चाभी केंद्र व्यवस्थापक और स्टैटिक मजिस्ट्रेट के पास रहेगी।
- दूसरी चाभी संबंधित थाने के एसओ (स्टेशन ऑफिसर) और नामित सब-इंस्पेक्टर के पास होगी।
- यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बिना उच्चाधिकारियों के आदेश और उपस्थित अधिकारियों की मौजूदगी के अतिरिक्त प्रश्न पत्रों की आलमारी न खोली जाए।
स्ट्रांग रूम पर रहेगी सीसीटीवी की 24 घंटे निगरानी
अतिरिक्त प्रश्न पत्रों की सुरक्षा को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि सभी परीक्षा केंद्रों पर स्ट्रांग रूम में डबल लॉक आलमारी को 24 घंटे सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में रखा जाएगा। परीक्षा के दौरान प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जाएगी और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्टिंग की जाएगी।
डीआईओएस ने यह भी स्पष्ट किया कि अतिरिक्त प्रश्न पत्रों से संबंधित डबल लॉक आलमारी को सिर्फ बोर्ड सचिव के विशेष निर्देशों के बाद ही खोला जाएगा। परीक्षा के दौरान अगर किसी भी कारणवश पुनः परीक्षा कराने की स्थिति उत्पन्न होती है, तो इस प्रक्रिया को पूरी तरह पारदर्शिता के साथ किया जाएगा। आलमारी खोलने के समय केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केंद्र व्यवस्थापक, स्टैटिक मजिस्ट्रेट और संबंधित थाने के एसओ एवं नामित दरोगा की उपस्थिति अनिवार्य होगी।
परीक्षा को पारदर्शी और नकलविहीन बनाने की दिशा में कड़ा कदम
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं हर साल लाखों विद्यार्थियों के भविष्य का आधार होती हैं। ऐसे में परीक्षा को नकलविहीन और निष्पक्ष बनाने के लिए इस बार प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतने का फैसला किया है। डीआईओएस डॉ. राम चन्द्र ने कहा कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के सभी मानकों का कड़ाई से पालन कराया जाएगा और परीक्षा केंद्रों को हर प्रकार की गड़बड़ी से मुक्त रखा जाएगा।
- परीक्षा के दौरान सख्त सुरक्षा व्यवस्था लागू रहेगी।
- हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरों की 24 घंटे निगरानी से परीक्षा की निष्पक्षता सुनिश्चित की जाएगी।
- किसी भी अनियमितता पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।



