शिक्षकों ने भरी हुंकार: पुरानी पेंशन बहाली और विद्यालय मर्जर पर रोक की माँग की
जिला पंचायत सभागार के सामने एकदिवसीय धरना, 63-सूत्रीय ज्ञापन मजिस्ट्रेट को सौंपा
जिलाध्यक्ष आनंद त्रिपाठी के नेतृत्व में आयोजित हुआ कार्यक्रम
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा, 8 जुलाई। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, शाखा-गोण्डा ने मंगलवार को जिला पंचायत सभागार के समक्ष जोरदार धरना-प्रदर्शन कर बेसिक शिक्षा के शिक्षकों की समस्याओं पर सरकार को आगाह किया। संघ के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर आयोजित इस एकदिवसीय आंदोलन में सैकड़ों शिक्षक शामिल हुए और पुरानी पेंशन बहाली, परिषदीय विद्यालयों में जारी बेरिंग/मर्जर प्रक्रिया पर रोक, पदोन्नति-तैनाती, सामूहिक बीमा तथा वेतनमान सुधार समेत 63 सूत्रीय माँगपत्र जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को भेजा।
कार्यक्रम का शुभारम्भ विष्णु शंकर तिवारी द्वारा सरस्वती वंदना से हुआ। तत्पश्चात जिला मंत्री विजय नारायण पाण्डेय ने ज्ञापन के सभी बिंदु सभास्थल पर पढ़कर सुनाए। उन्होंने बताया कि 1 अप्रैल 2005 तथा उसके बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन (यू.पी.एस.) के दायरे में लाना, परिषदीय स्कूलों का जबरन मर्जर रोकना, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की तैनाती शीघ्र करना, राज्यकर्मियों की तर्ज पर शिक्षकों को दस लाख रुपए सामूहिक बीमा उपलब्ध कराना, बारह वर्ष की सेवा पूरी होने पर चयन/प्रोन्नत वेतनमान देना, अर्जित अवकाश व द्वितीय शनिवार का अवकाश लागू करना, ग्रीष्मकाल में स्कूल-समय सुबह 7.30 से 12.30 बजे तक निर्धारित करना, शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करना, आकांक्षी जनपदों से अंतरजनपदीय स्थानांतरण कराना तथा दिवंगत शिक्षकों के बी.एड-टेट उत्तीर्ण आश्रितों को नियुक्ति देकर सेवा में ही बीटीसी प्रशिक्षण पूरा कराने जैसी माँगें शिक्षकों के सम्मान और अधिकार से जुड़ी हैं।
धरने को जिला अध्यक्ष आनंद कुमार त्रिपाठी ने संबोधित करते हुए कहा कि अगर शिक्षक इसी तरह संगठित रहे तो सरकार को नीतियाँ बदलनी ही होंगी। उन्होंने सरकार को चेताया कि सकारात्मक कार्रवाई न होने पर आंदोलन प्रदेश-व्यापी रूप लेगा। सभा को प्रदीप कुमार सिंह, मोहम्मद ख़ालिद रज़ा बेग, सुभाष शुक्ल, नंद कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रकाश तिवारी, मनीष सिंह, जितेन्द्र सिंह, राज मंगल पाण्डेय, अमित सिंह, शुभम सोनकर, राम विलास वर्मा, मनोज मिश्रा, इन्द्र प्रताप सिंह, वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी और दिनेश सिंह ने भी संबोधित किया। मंच संचालन अफसर हसन ने किया।
धरने में राम भवन वर्मा, ऋषि तिवारी, उपेन्द्र सिंह, मुख्तार अहमद, अमरजीत सिंह, नंदकुमार सिंह, नागेन्द्र पाण्डेय, दिनेश कुमार सिंह, दुर्गा प्रसाद शर्मा, क़दीर अहमद, पहलाद पाण्डेय, राहुल पाण्डेय, जितेन्द्र सिंह, अशोक पाण्डेय, फ़ज़ील अहमद, मोहम्मद अनीस, पवन शुक्ला, राकेश यादव, शिव प्रकाश पाण्डेय, सुनील विश्वकर्मा, हरिशंकर तिवारी, तेज बहादुर सिंह, विनय प्रकाश त्रिपाठी, धनंजय तिवारी, राजीव ओझा, प्रभात यादव, विजय कुमार सिंह, कृष्ण मुरारी, जगत राम तिवारी, राजकुमार गौड़, शिवकुमार प्रधान, राम निवास सहित भारी संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।
धरने को माध्यमिक शिक्षक संघ का भी समर्थन मिला। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष राधा मोहन पाण्डेय और बृजेन्द्र कुमार सिंह (जिला मंत्री) ने भाग लेकर प्राथमिक शिक्षकों की माँगों को जायज़ बताते हुए कहा कि यदि सरकार ने शीघ्र समाधान नहीं किया तो संयुक्त संघर्ष के विकल्प खुले रहेंगे।
अंत में प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपते हुए सरकार को चेतावनी दी कि शिक्षकों के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।



