राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यशाला आयोजित
हेपेटाइटिस की रोकथाम, संक्रमण व उपचार पर दी गई विस्तृत जानकारी
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता*
Gonda News
गोंडा। आटोनॉमस स्टेट मेडिकल कॉलेज गोंडा में मंगलवार को राष्ट्रीय वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम (National Viral Hepatitis Control Program) के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला कॉलेज के सभागार में सम्पन्न हुई, जिसका उद्देश्य वायरल हेपेटाइटिस के विभिन्न प्रकारों, उसके संक्रमण, रोकथाम और उपचार के प्रति जागरूकता फैलाना था।
कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके बाद प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रतिभागियों को हेपेटाइटिस से संबंधित सभी महत्वपूर्ण पहलुओं की जानकारी दी गई।
कार्यशाला की अध्यक्षता प्रो. डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने, प्राचार्य मेडिकल कॉलेज ने की, जबकि मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रश्मि वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। दोनों अधिकारियों ने वायरल संक्रमणों से निपटने के लिए जन-जागरूकता को सबसे प्रभावी उपाय बताया।
कार्यशाला में विशेषज्ञ चिकित्सकों ने हेपेटाइटिस A, B, C, D और E के संक्रमण के कारण, प्रसार के तरीके और लक्षणों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संक्रमण मुख्यतः दूषित जल, संक्रमित रक्त, असुरक्षित यौन संबंधों और संक्रमित सूइयों के प्रयोग से फैलता है। समय से जांच, जागरूकता और टीकाकरण ही इससे बचाव के प्रमुख उपाय हैं।
विशेषज्ञों ने वायरस की संक्रामकता, मानव शरीर पर प्रभाव, और पशु-पक्षियों में पाए जाने वाले वायरल स्ट्रेनों पर भी विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा, दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हेपेटाइटिस वायरस की स्थिति और प्रकारों का तुलनात्मक विवरण भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यशाला में बड़ी संख्या में मेडिकल कॉलेज से जुड़े चिकित्सकों, शिक्षकों एवं शोधकर्ताओं ने सहभागिता की। इस अवसर पर डॉ. जय गोविंद, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. जगदीश कुमार, डॉ. एजाज अहमद, डॉ. सतपाल सोनकर, डॉ. अभिनव, डॉ. विनय प्रकाश सिंह, डॉ. विनय, डॉ. पंकज तिवारी, डॉ. मोहम्मद, डॉ. अनिल चंद्र, डॉ रजनीश, डॉ. रजनी सिंह, डॉ. इंदु राणा, डॉ. पी. पांडे, डॉ. मोहम्मद अहमद, डॉ. अविनाश पांडे, डॉ. सी. के. वर्मा, डॉ. नीरज गुप्ता, डॉ. एस. एन. सिंह, डॉ. जैनरी फातिमा, डॉ. चेतन, डॉ. जियाउल, डॉ. आशुतोष, डॉ. दिया सिंह, डॉ. दिव्या सिंह, डॉ. आलोक, डॉ. दीपक कुमार, डॉ. अनिल कुमार, डॉ. इंद्रभूषण, डॉ. ज्ञान, डॉ. आलोक कुमार पांडे, डॉ. लवलेश, डॉ. अनुज, डॉ. एस. एन. प्रजापति, डॉ. उमा प्रकाश चौधरी समेत कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागियों ने ऐसे आयोजनों को जनहित में अत्यंत आवश्यक बताते हुए कहा कि वायरल रोगों की रोकथाम के लिए आमजन को जागरूक करना सबसे जरूरी कदम है। उन्होंने भविष्य में इस प्रकार की और कार्यशालाएं तथा व्यापक जन-अभियान चलाए जाने पर बल दिया।



