आंगनबाड़ी सेवाओं को नई दिशा देने हेतु मुख्य सेविकाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा।
बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग तथा विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में जनपद की 17 बाल विकास परियोजनाओं की मुख्य सेविकाओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण शुक्रवार को सम्पन्न हो गया। विकास भवन स्थित जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय में आयोजित इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी सहायिका हस्तपुस्तिका के गुणात्मक क्रियान्वयन और सहायक पर्यवेक्षण को सुदृढ़ बनाना रहा।
प्रशिक्षण के प्रथम दिन संस्था के मंडल प्रबंधक कृष्ण मोहन सिंह ने जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार को पुष्पगुच्छ भेंटकर सम्मानित किया। यूनिसेफ एवं विक्रमशिला एजुकेशन रिसोर्स सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में सहयोग और मार्गदर्शन का अनुरोध किया गया।
इस दौरान शाला पूर्व शिक्षा और विकास, खेल एवं गतिविधियों का महत्व, कार्यकत्री की अनुपस्थिति में सहायिका की भूमिका तथा प्रश्नोत्तरी सत्र जैसे विषयों पर मुख्य सेविकाओं को प्रशिक्षित किया गया।
दूसरे दिन प्रशिक्षक कृष्ण मोहन सिंह, शिवम् पाण्डेय और इन्द्रभान तिवारी ने सत्रवार प्रस्तुतीकरण, समूह कार्य, परिचर्चा और विषयगत अभिभाषण के माध्यम से प्रशिक्षण को आगे बढ़ाया।
समापन अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय कुमार ने कहा कि— “इस प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का अधिकतम उपयोग आंगनबाड़ी केंद्रों पर किया जाए, जिससे बच्चों के सर्वांगीण विकास और योजनाओं के सफल क्रियान्वयन को सुनिश्चित किया जा सके।”
प्रशिक्षण में मुख्य सेविकाएं उर्मिला चौधरी, तृप्ति पांडे, सुमिता वर्मा, सुनीता सिंह, दीपाली सिंह, मिताली सिंह, साधना साहू, रचना देशवाल, मीना उपाध्याय, अंकिता श्रीवास्तव, गरिमा राजन, सुषमा, सरोज समेत सभी परियोजनाओं की मुख्य सेविकाएं शामिल रहीं।
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- “प्रशिक्षण से बच्चों के सर्वांगीण विकास की दिशा में होगा बड़ा कदम”
- “दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला से सेविकाओं को मिला व्यावहारिक अनुभव”



