टीईटी अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों का प्रदर्शन, प्रधानमंत्री व मानव संसाधन विकास मंत्री को भेजा ज्ञापन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 01 सितम्बर 2025 को दिए गए आदेश, जिसमें बेसिक शिक्षकों के लिए टीईटी उत्तीर्ण करना अनिवार्य किया गया है, के खिलाफ प्रदेशभर के शिक्षकों ने मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में आज दिनांक 11 सितम्बर 2025 को उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ की अगुवाई में जनपद गोंडा में धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन प्रधानमंत्री एवं मानव संसाधन विकास मंत्री को संबोधित कर जिलाधिकारी द्वारा नामित अधिकारी को सौंपा गया।

शिक्षकों का कहना है कि जिनकी सेवाएं अब मात्र पाँच वर्ष शेष हैं, उन्हें इस आदेश से मुक्त रखा गया है, लेकिन पदोन्नति के लिए टीईटी पास करना जरूरी कर दिया गया है। इसे शिक्षकों ने पूरी तरह अन्यायपूर्ण बताया। उनका तर्क है कि उनकी नियुक्ति शासनादेशों व उस समय की पात्रता नियमावली के आधार पर हुई थी और अब अचानक नई शर्तें थोपना अनुचित है।

धरने में शामिल शिक्षकों ने कहा कि 23 अगस्त 2010 के पूर्व नियुक्त शिक्षकों को सेवा शर्तों के अनुसार टीईटी से मुक्त रखा जाए और पदोन्नति में इसकी अनिवार्यता समाप्त की जाए। शिक्षकों ने तर्क दिया कि एनसीटीई की गाइडलाइंस के मुताबिक स्नातक होना अनिवार्य है, जबकि बड़ी संख्या में शिक्षक सिर्फ इंटरमीडिएट उत्तीर्ण हैं। इसके अलावा परीक्षा की अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष है, जिसे अधिकांश शिक्षक पार कर चुके हैं। वहीं बीपीएड व सीपीएड योग्यताधारी शिक्षक इस परीक्षा की पात्रता से बाहर हैं।

धरने में शामिल शिक्षकों ने प्रधानमंत्री से मांग की कि अध्यादेश लाकर कानून में संशोधन किया जाए और शिक्षकों को इस आदेश से मुक्ति दिलाई जाए।

जनपद गोंडा में हुए ज्ञापन कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार पांडेय ने किया। इस मौके पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीर विक्रम सिंह, प्रांतीय कोषाध्यक्ष सुरेश कुमार सिंह, प्रांतीय संयुक्त मंत्री सुशील कुमार, जिला महामंत्री अजीत तिवारी, जिला कोषाध्यक्ष नरेंद्र सिंह, प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विनय तिवारी, महामंत्री उमाशंकर सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे।

धरने में यशवंत पांडेय, तोताराम पांडेय, के.डी. वर्मा, जनार्दन पांडेय, संतोष कुमार पांडेय, अमरेंद्र सिंह, गिरजा शंकर पांडेय, राजेश मिश्रा, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, शिवपूजन सिंह, मनोज शर्मा, सुशील मिश्र, भगवान प्रसाद पांडेय, देव प्रकाश पांडेय, चंद्र किशोर वर्मा, अरविंद सिंह, आनंद सिंह, अमित कुमार पांडेय, वसीम खान, धर्मवीर, सत्येंद्र मिश्रा, दीपक शुक्ला, राम शंकर मिश्रा, घनश्याम अवस्थी, दुर्गा प्रसाद तिवारी, दिलीप राठौर, सोमेश सिंह, रोहित उपाध्याय, अजय शुक्ला, दुर्गेश त्रिपाठी, भोला प्रसाद यादव, रूपेश पांडेय, विनीत सिंह, रामकृष्ण चौरसिया, अनुराधा सिंह, श्वेता मिश्रा, रेनू सिंह, रेनुबाला अग्रवाल, संगीता गिरी सहित हजारों की संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *