शिक्षकों ने कहा कि आदेश पर हो पुनर्विचार
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कक्षा 1 से 8 तक के सभी शिक्षकों के लिए दो वर्ष के भीतर टीईटी (टेट) अनिवार्यता संबंधी आदेश को लेकर शिक्षकों में आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, जो अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ से सम्बद्ध है, के आह्वान पर जनपद शाखा गोंडा के तत्वावधान में 10 सितम्बर को ज्ञापन कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम से पूर्व अपराह्न 2 बजे जिला पंचायत टीन शेड में सैकड़ों शिक्षक एकत्र हुए और वहां से कलेक्ट्रेट तक रोड मार्च निकाला गया। इसके उपरांत 2:30 बजे जिलाधिकारी गोंडा के माध्यम से प्रधानमंत्री, मानव संसाधन विकास मंत्री, मुख्यमंत्री और प्रदेश के शिक्षा मंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रेषित किया गया।

सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा है कि सभी शिक्षकों को अनिवार्य रूप से टीईटी उत्तीर्ण करना होगा, हालांकि जिन शिक्षकों की सेवा अवधि केवल पांच वर्ष शेष है, उन्हें इससे छूट दी गई है। इस आदेश पर जिलाध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह निर्णय अमानवीय और अनैतिक है, जिसके विरोध में हम ज्ञापन देकर अपनी बात सरकार तक पहुँचा रहे हैं ताकि इस कठिन परिस्थिति में शिक्षक हित में कोई उचित समाधान निकाला जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने सकारात्मक पहल न की तो जनपद गोंडा के शिक्षक प्रदेश नेतृत्व के मार्गदर्शन में बड़े आंदोलन के लिए भी तैयार हैं।

ज्ञापन प्रेषण कार्यक्रम में जिला कोषाध्यक्ष देवेंद्र प्रताप सिंह, जिला मंत्री आशीष कुमार द्विवेदी, मनोज कुमार सिंह, संयोजक झंझरी राहुल देव वर्मा, संयोजक मनकापुर जितेंद्र कुमार वर्मा, गौरव सिंह, राम गोपाल, जितेंद्र सिंह तरबगंज, निरंकार सिंह, संयोजक रूपईडीह अभिषेक मौर्य, संयोजक पंडरी पुष्पा चौधरी एवं रामानन्द तिवारी, संयोजक हलधरमऊ अजीत सिंह, जिला उपाध्यक्ष राजीव कुमार, मंजू वर्मा, नीलम सिंह, पवन कुमार सिंह, महेश कुमार, तोताराम पांडेय, यशवंत पांडेय, राघवेन्द्र प्रताप सिंह समेत जिले के विभिन्न विकासखंडों से आए सैकड़ों शिक्षक मौजूद रहे और अपनी एकजुटता का प्रदर्शन किया।

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