आईएएस अफसर अंकिता जैन ने अभ्युदय कोचिंग का किया निरीक्षण, छात्रों को दी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के टिप्स
प्रतियोगी छात्र छात्राओं के सपनों उड़ान दे रही सीडीओ अंकिता जैन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा। आईएएस अफसर अंकिता जैन के निर्देशन में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत संचालित कोचिंग सेंटर अब प्रतिभाशाली छात्रों के सपनों को पंख दे रहा है। शुक्रवार को उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में संचालित अभ्युदय कोचिंग सेंटर का निरीक्षण किया। जिले में तैनाती के बाद से उन्होंने कोचिंग का कई बार निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र छात्राओं से संवाद किया और उन्हें सफलता की रणनीति समझाई।
करीब डेढ़ घंटे तक चली इस विशेष कक्षा में सीडीओ ने छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में अनुशासन, धैर्य और सकारात्मक सोच को सबसे अहम बताया।
“कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को पढ़ाई में पूर्ण रूप से समर्पित और अनुशासित जीवनशैली अपनानी चाहिए। प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए पढ़ाई के दौरान सिर्फ पढ़ाई ही प्राथमिकता होनी चाहिए।”
—–अंकिता जैन, आईएस मुख्य विकास अधिकारी
सीडीओ श्रीमती जैन ने छात्रों से कहा कि निरंतर परिश्रम और समय प्रबंधन ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने विद्यार्थियों को अख़बार पढ़ने, समसामयिक घटनाओं पर पकड़ मजबूत करने और उत्तर लेखन की नियमित प्रैक्टिस करने की सलाह दी।
निरीक्षण के दौरान सीडीओ ने जिला समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिए कि हाल ही में विभिन्न आयोगों से चयनित नवागत अधिकारियों की सूची तैयार की जाए। इन अधिकारियों को समय-समय पर कोचिंग सेंटर में बुलाकर छात्रों से संवाद कराया जाए, जिससे विद्यार्थियों को वास्तविक अनुभव और प्रेरणा दोनों मिल सके।
अभ्युदय योजना से लाभान्वित हो रहे छात्र-छात्राओं के लिए यह पहल किसी वरदान से कम नहीं है। नि:शुल्क उच्चस्तरीय कोचिंग मिलने से वे प्रतियोगी परीक्षाओं में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। सीडीओ ने कहा कि सरकार की यह पहल प्रतिभाशाली युवाओं को समान अवसर देने और प्रशासनिक, तकनीकी तथा पेशेवर क्षेत्रों में नई पीढ़ी तैयार करने का कार्य कर रही है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत यूपीएससी, यूपीपीएससी, एसएससी, जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग दी जाती है। आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन प्रतिभाशाली छात्रों के लिए यह योजना सुनहरे भविष्य की राह खोल रही है।



