महिला सशक्तिकरण पर जोर, उत्कृष्ट महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को मिला सम्मान
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News :
गोण्डा। उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला पंचायत सभागार में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करने के साथ-साथ उनके योगदान को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी सुशील श्रीवास्तव, उपायुक्त स्वतः रोजगार जेएन राव, डीसी मनरेगा जनार्दन प्रसाद यादव, एनआरएलएम डीडीएम अंशुमान तिवारी, नीलांबुज श्रीवास्तव, अंबिका, नदीम सहित विभिन्न स्वयं सहायता समूहों की पदाधिकारी महिलाएं और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
इस अवसर पर ग्रामीण क्षेत्रों में महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय योगदान देने वाली महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों को सम्मानित किया गया। इन महिलाओं ने अपने परिश्रम और संकल्प से न केवल अपने परिवारों की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाई।
कार्यक्रम के दौरान सफल महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। इस सम्मान से प्रेरित होकर अन्य महिलाओं को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली।
महिला प्रतिनिधियों और अधिकारियों ने नारी सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा किए। वक्ताओं ने आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक सशक्तिकरण की आवश्यकता को रेखांकित किया और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। जिला विकास अधिकारी सुशील श्रीवास्तव ने कहा कि समाज के विकास में महिलाओं की भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। जब महिलाएं आत्मनिर्भर बनती हैं, तो पूरा समाज आगे बढ़ता है। स्वयं सहायता समूह इस दिशा में एक महत्वपूर्ण साधन साबित हो रहे हैं। उपायुक्त स्वतः रोजगार जेएन राव ने बताया कि सरकार की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाएं और अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करें।



