शिक्षकों की टीईटी अनिवार्यता समाप्त करने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व केंद्रीय शिक्षा मंत्री को भेजा ज्ञापन
डीएम प्रियंका निरंजन की तरफ से भेजा गया ज्ञापन
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा।
उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश के आह्वान पर सोमवार को जिले के शिक्षकों ने एकजुट होकर प्रधानमंत्री, केंद्रीय शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी गोंडा के माध्यम से सौंपा। यह ज्ञापन सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 1 सितंबर 2025 को दिए गए उस ऐतिहासिक निर्णय के संदर्भ में था, जिसमें शिक्षकों की योग्यता को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए और सभी शिक्षकों के लिए टीईटी की अनिवार्यता की गई।
ज्ञापन सौंपने की प्रक्रिया प्रान्तीय संयुक्त मंत्री विजय प्रकाश त्रिपाठी और मंडल अध्यक्ष परवेज़ अकरम के निर्देशन में तथा जिलाध्यक्ष किरन सिंह के नेतृत्व में हुई।
इस दौरान मंडलीय मंत्री मोहित प्रकाश सिंह, मंडलीय संयुक्त मंत्री आनंद शंकर त्रिपाठी, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, जनपदीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार, जिला उपाध्यक्ष भगवानदीन, विनीता कुशवाहा, जिला महामंत्री सुधाकर मिश्र, जिला मंत्री अनिल कुमार सिंह, जिला संयुक्त मंत्री प्रहलाद पांडेय, तिलकराम वर्मा, उमेश कुमार श्रीवास्तव, कवींद्र मिश्र, राम गोपाल गुप्ता, जिला कोषाध्यक्ष शिवकुमार गुप्ता मौजूद रहे।
ब्लॉक स्तर से परसपुर के अध्यक्ष नंद कुमार सिंह, कटरा बाजार के अध्यक्ष महेश्वर बख्श सिंह, मंत्री शरद कुमार शुक्ला, तरबगंज से महाशक्ति, रणजीत सिंह, मुख्तार अहमद, कृष्ण गोपाल दूरबार, पवन कुमार, उमेश सिंह, उमेश जैसवाल, इम्तियाज अहमद, कमला देवी, अल्का श्रीवास्तव, रिजवाना हकीम, नीता सिंह, सरिता सिंह, साधना सिंह, विभा सिंह, मंजू शुक्ला, रंजना त्रिपाठी, यासमीन फातिमा, अंजलि मिश्रा, सुप्रिया, नीतू चतुर्वेदी, नीलम श्रीवास्तव, शशि श्रीवास्तव, अल्का जैसवाल, रीता श्रीवास्तव, सुनीता गुप्ता, किरन तिवारी, ऊषा शुक्ला, अमिता, सरोज, गीता, अर्पिता, नम्रता सिंह, रंजना सिंह, वंदना सिंह, अर्चना सिंह, निशि श्रीवास्तव, राधा रानी, कमल किशोर, अनूप कुमार तिवारी, सत्येंद्र कश्यप, धर्मवीर, मोहम्मद अनीस, अमित कुमार सिंह, शादाब सिद्दीकी, तस्लीम इदरीसी, गौरव सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षिकाएं और शिक्षक साथी शामिल रहे।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि अब सरकार को सकारात्मक पहल करनी चाहिए ताकि शिक्षकों को अनावश्यक टीईटी जैसी प्रक्रिया से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि शिक्षण सेवा में कार्यरत लोग पहले ही अपनी योग्यता सिद्ध कर चुके हैं, ऐसे में अतिरिक्त परीक्षा की बाध्यता अनुचित है।
सभी उपस्थित शिक्षकों ने एक स्वर में कहा कि संघ की यह लड़ाई शिक्षकों के सम्मान और अधिकारों की रक्षा के लिए है और यह तब तक जारी रहेगी जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल (पूर्व माध्यमिक) शिक्षक संघ के जिला महामंत्री सुधाकर मिश्रा आदि रहे।

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