फुपुक्टा के आह्वान पर अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ ने विश्वविद्यालय परिसर मे दिनांक 22 अगस्त को एक दिवसीय धरना दिया।
गोंडा : आक्टा महामन्त्री प्रो जितेंद्र सिंह ने पुरानी पेंशन बहाली, पैंसठ वर्ष सेवानिवृत्ति, बायोमेट्रिक उपस्थिति आदेश वापसी, स्थानांतरण नीति मे बदलाव, नवसृजित पदों का स्थायीकरण आदि 25 सूत्री मांगों को शिक्षकों के समक्ष प्रस्तुत किया।
भारी वर्षा के बावजूद सात जिलों के बीस अनुदानित महाविद्यालयों के सैंकडों शिक्षकों ने अपने हितों के प्रति असवेदंनशील केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ एकजुट होकर हुँकार भरी।
धरने को शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो वी पी सिंह, प्रो आशीष प्रताप सिंह,ज़ोनल सचिव प्रो राम शंकर यादव, पूर्व महामन्त्री प्रो हेमंत सिंह,प्रो अमूल्य सिंह, प्रो आभा गुप्ता,प्रो अखिलेश पटेल,प्रो एस के पांडेय प्रो.नीलम त्रिपाठी,डॉ. रवि चौरसिया,डॉ राजेश उपाध्याय ,प्रो.जय शंकर तिवारी , प्रो सत्यप्रकाश,प्रो.समीम डॉ चन्द्रदेव सिंह ,डॉ .अनुराग पांडेय , प्रो. ओ पी यादव ,डॉ मनीष शर्मा ,डॉ उस्मान आदि ने भी संबोधित किया और शिक्षकों को हितों के लिए संघ के हाथ मजबूत करने का आह्वान किया।
फपुक्टा कार्यालय मंत्री प्रो मनीष हिंदवी ने कहा कि प्रांतीय संघ शिक्षक हितों के लिए लगातार सजग और संघर्षरत है।यदि वर्तमान सरकार ने हमारी मांगों पर सकरात्मक कार्यवाही नही कि तो आने वाले चुनाव मे डिग्री शिक्षक , शिक्षक विरोधी इस सरकार को बदलने से भी पीछे नही हटेंगे।
धरने की अध्यक्षता कर रहे शिक्षक संघ अध्यक्ष प्रो वी पी सिंह ने प्रांतीय प्रतिनिधि को दृढ़तापूर्वक आश्वस्त किया कि फुपूक्टा के हर आंदोलन मे अवध विश्वविद्यालय अपने संख्या बल के साथ प्रभावी भागीदारी करेगा। शिक्षक साथियों ने अपनी २५ सूत्रीय माँगो का ज्ञापन कुलपति प्रो प्रतिभा गोयल के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदया व मा. मुख्यमंत्री जी को संबोधित को भेजा।धरने पर प्राचार्य के एन आई प्रो आलोक सिंह ने आकर आक्रोशित शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया।धरने को स्वावित्त पोषित अनुदानित महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ राजू निगम ने भी संबोधित किया।



