प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
वेतन विसंगति, चयन वेतन मान और एरियर भुगतान बना मुद्दा
पुरानी पेंशन की उठाई गई मांग
गोण्डा, संवाददाता ।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की जिला कार्यसमिति की तरफ से आयोजित धरने की गूंज सोमवार को खूब सुनाई दी। संगठन के बैनर तले पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के अलावा शिक्षकों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। संगठन के नेताओं ने शिक्षक समस्याओं को दूर करने की मांग उठाई। एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
जिलाध्यक्ष आनन्द कुमार त्रिपाठी ने कहा कि सरकार को हमारी मांगों को मानना ही पड़ेगा। शिक्षकों की समस्याओं के निस्तारण में देरी किए जाने पर गहरी नाराजगी जताई कहा कि इससे शिक्षकों का उत्साह कम किया जा रहा है। जिससे बच्चे अन्तिम रूप से प्रभावित होंगे। उपाध्यक्ष इन्द्र प्रताप सिंह ने लेखाधिकारी कार्यालय के भ्रष्टाचार को बिन्दुवार गिनाया। मंच से कहा कि शिक्षक समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। ई सेवा पुस्तिका पर ही सभी कार्य किये जाएं। मीडिया प्रभारी वीरेन्द्र कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बेसिक शिक्षा नियमावली का अनुपालन विभागीय अफसरों द्वारा न करके मनमानी आदेश निर्गत किए जा रहे हैं। उन्होंने मुद्दों पर सभी से चुप्पी तोडकर एकजुट रहने की अपील की। कहा कि सितंबर के अंतिम सप्ताह में बेसिक शिक्षा निदेशालय निशातगंज लखनऊ में प्रदेश स्तरीय धरना होगा। ज्ञापन को जनपदीयमंत्री विजय नारायण पाण्डेय ने सभी को पढ़कर सुनाया। धरने को राज मंगल पाण्डेय, अमित सिंह, तेज बहादुर सिंह, दिनेश कुमार सिंह, आलेन्द्र तिवारी, कौशल ओझा, प्रीति शुक्ला आदि ने सम्बोधित किया। मंच का संचालन विष्णू शंकर तिवारीने किया। इस दौरान मनोज कुमार मिश्र, राकेश यादव, अफसर हसन, रमा, भारती भौमिक, किरण, ज्योति तिवारी, राजेन्द्र प्रकाश तिवारी, राम चन्द्र तिवारी, जगन्नाथ सिंह, राम भवन वर्मा, शुभम सोनकर, हृदय नारायण पाण्डेय, पवन शुक्ला, देव नन्दन तिवारी, अरुण तिवारी, राज मंगल शुक्ल, फजील अहमद, साविर इली, राम निवास, इरशाद आदि शिक्षक रहे।
इन बिंदुओं पर सौंपा गया ज्ञापन : 1 अप्रैल 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पेंशन योजना से आच्छादित किया जाने, राज्य कर्मचारियों की तरह शिक्षकों को उपार्जित अवकाश, एवं अध्ययन अवकाश प्रदान किए जाने, राज्य कर्मचारियों की तरह शिक्षकों को भी नि:शुल्क कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराए जाने, प्रत्येक प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक की पदोन्नति व तैनाती किए जाने, सामूहिक बीमा की धनराशि दस लाख निर्धारित किए जाने, अंतर्जनपदीय एवं अंत:जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में सेवा अवधि की शर्त को समाप्त किया जाए तथा सत्र में कभी भी आवेदन करने पर पारस्परिक स्थानांतरण किए जाने, बीएसए स्तर से ही पदोन्नत एवं अंत:जनपदीय स्थानांतरण कराए जाने की मांगे शामिल रहीं।



