गोंडा फूड प्वाइजनिंग केस: कैटरर्स पर कसा शिकंजा, प्रशासन ने की बड़ी कार्रवाई
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News :

गोंडा। नगर कोतवाली क्षेत्र में हुए फूड प्वाइजनिंग कांड में प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए आरोपी कैटरर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। गुरदीप कैटर्स (बंटी) पर खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया गया है, जबकि खाद्य विभाग ने दोषी पाए गए खाद्य उत्पादकों और आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है।

कैटरर्स का लाइसेंस रद्द, जुर्माना भी लगाया गया

फूड प्वाइजनिंग की गंभीरता को देखते हुए खाद्य विभाग ने आरोपी कैटरर्स का लाइसेंस रद्द कर दिया है। साथ ही, फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स एक्ट के तहत भारी जुर्माना भी लगाया गया है। प्रशासन ने साफ किया है कि इस तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को सजा जरूर मिलेगी।

छापेमारी में खुलासा: घटिया तेल और पनीर बना बीमारी की वजह

खाद्य सुरक्षा विभाग की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि समारोह में परोसा गया पनीर और तेल बेहद घटिया क्वालिटी का था, जिसमें मिलावट की आशंका जताई गई थी। विभाग की टीम ने जिन दुकानों से यह खाद्य सामग्री खरीदी गई थी, वहां छापेमारी कर सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट अब सामने आ गई है। खराब क्वालिटी के पनीर और तेल में हानिकारक तत्व पाए गए, जिससे फूड प्वाइजनिंग हुई।

दोषी दुकानदारों पर भी होगी कार्रवाई

प्रशासन ने केवल कैटरर्स ही नहीं, बल्कि मिलावटी सामान बेचने वाले दुकानदारों पर भी शिकंजा कस दिया है। खाद्य विभाग ने दोषी दुकानों पर जुर्माना लगाया है और उनके लाइसेंस की समीक्षा की जा रही है। विभाग के अधिकारियों ने साफ कहा है कि यदि भविष्य में दोबारा इस तरह की लापरवाही पाई गई, तो दोषी दुकानों को सील कर दिया जाएगा।

भविष्य में ऐसे मामलों से बचने के लिए कड़े नियम

फूड प्वाइजनिंग जैसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन अब सख्त नियम लागू करने की तैयारी में है। अधिकारियों के अनुसार, विवाह व सार्वजनिक कार्यक्रमों में भोजन उपलब्ध कराने वाले कैटरर्स को अब अपनी खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करानी होगी। साथ ही, बिना लाइसेंस के काम करने वाले कैटरर्स पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

प्रशासन की चेतावनी: लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी

मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय कुमार सिंह ने कहा, “गोंडा में फूड सेफ्टी को लेकर अब विभाग पूरी तरह से सतर्क है। मिलावटखोरों और लापरवाह कैटरर्स पर सख्त कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। आम जनता से अपील है कि वे खाद्य सुरक्षा मानकों को लेकर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध भोजन या सामग्री की शिकायत तुरंत करें।”

गोंडा फूड प्वाइजनिंग केस में प्रशासन की इस सख्त कार्रवाई से शहर में मिलावटखोरों और लापरवाह खाद्य आपूर्तिकर्ताओं में हड़कंप मच गया है।अभिहित अधिकारी अजीत मिश्रा ने कहा कि लोगों को बहुत जागरूक होने की जरूरत है। अपने यहां शादी पार्टी में कैटरिंग का कार्य सौंपते समय लोग ये जरूर ध्यान रखें कि कैटरर्स रजिस्टर्ड हो। साफ सफाई और ताजे खाद्य सामग्री का उपयोग भोजन और नाश्ते के निर्माण में हो

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