स्कीम वर्करों ने गांधी जयंती पर दो घंटे का उपवास कर मुख्यमंत्री को भेजा मांगपत्र
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर गोंडा जिले की स्कीम वर्करों, जिसमें आंगनवाड़ी, आशा, आशा संगिनी, रसोइया आदि महिलाएं शामिल थीं, ने गांधी पार्क स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष दो घंटे का उपवास किया। इस उपवास के माध्यम से उन्होंने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को एक मांगपत्र भेजा।
मांगपत्र में प्रमुख बिंदु:
1. आंगनवाड़ी, आशा, आशा संगिनी, रसोइया और अन्य स्कीम वर्करों को न्यूनतम वेतन ₹26,000 प्रति माह प्रदान किया जाए।
2. सेवा निवृत्त कर्मियों को पेंशन और ग्रेजुएटी का लाभ दिया जाए।
3. आंगनवाड़ी केंद्रों पर एजुकेटर की भर्ती को निरस्त करते हुए, 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों को ड्रेस, स्कॉलरशिप, कॉपी-किताब जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
4. आशा कर्मियों को कार्य के उपरांत सभी बिंदुओं पर प्रोत्साहन राशि दी जाए।
5. रसोइयों का बकाया मानदेय तत्काल उनके खाते में स्थानांतरित किया जाए और वर्दी का पैसा उनके खाते में जमा किया जाए। साथ ही, परिवार के सदस्यों को रसोइया भर्ती में वरीयता दी जाए।
6. आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की पदोन्नति, मेरिट के आधार पर मुख्य सेविका के पद पर की जाए।
7. 10 वर्षों से अधिक एक ही परियोजना पर कार्य कर रही मुख्य सेविका और सीडीपीओ का स्थानांतरण किया जाए।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व स्कीम वर्कर समन्वय समिति सीटू, गोंडा की मीनाक्षी खरे, मंडल अध्यक्ष रानी देवी पाल, जिला उपाध्यक्ष राधा कुमारी, गिरजावती और महामंत्री नीलम श्रीवास्तव ने किया। अन्य कार्यकर्ताओं में मीरा देवी, साधना देवी, विमला देवी, संजू देवी, रीता पाल, मुन्नी देवी आदि शामिल थीं।
कार्यकत्रियों ने मुख्यमंत्री को भेजे गए इस पत्र के माध्यम से अपने हक और मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है, और तत्काल कार्रवाई की मांग की है। संगठन के नेता दिलीप शुक्ला ने बताया कि अभी आन्दोलन को और धार दी जाएगी



