आयुक्त ने आंगनबाड़ी व बाल विकास विभाग की लापरवाही की शिकायत पर जताया असंतोष*
 *बच्चों के दाखिले में आधार कार्ड न देने से शिक्षकों को हो रही परेशानी पर आयुक्त ने लिया संज्ञान*
 *आंगनबाड़ी केंद्रों पर आधार मशीनें बेकार होने की मिली शिकायत, आयुक्त ने दिये निर्देश*
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

*गोण्डा* – देवीपाटन मंडल के आयुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्रों एवं बाल विकास विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर असंतोष जताते हुए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। आयुक्त के संज्ञान में आया है कि 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों का पंजीकरण आंगनबाड़ी केंद्रों पर होता है और योजनाओं का लाभ दिलाने हेतु बच्चों व अभिभावकों के आधार कार्ड एकत्र किए जाते हैं। किंतु जब बच्चे 6 वर्ष की आयु पूरी कर प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश योग्य हो जाते हैं, तो आंगनबाड़ी कर्मचारी आधार कार्ड प्राथमिक शिक्षकों को उपलब्ध कराने में सहयोग नही करते हैं। इसके चलते शिक्षकों को घर-घर जाकर आधार कार्ड एकत्र करना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि बच्चों के दाखिले में भी विलंब होता है।

इसी प्रकार आयुक्त को यह शिकायत भी मिली है कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर आधार कार्ड बनाने हेतु दी गई मशीनों का समुचित उपयोग नहीं हो रहा है। कई केंद्रों पर मशीनें निष्क्रिय पड़ी हैं, जिसके कारण बच्चों और अभिभावकों को आधार केंद्रों पर लंबी कतारों में खड़ा होना पड़ता है।

आयुक्त ने निर्देश दिये कि मण्डल के सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि किन केंद्रों पर कितने आधार कार्ड बनाए गए और कहां मशीनों का उपयोग ही नहीं हुआ, उसका स्पष्ट ब्योरा प्रस्तुत करें। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत लाभार्थियों का आईडी व पासवर्ड समय पर न बनने की शिकायत भी सामने आई है। इससे प्रसूताओं को स्वास्थ्य केंद्र और कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं तथा उन्हें समय पर धनराशि का लाभ नहीं मिल पाता।
आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए कि आगामी मासिक समीक्षा बैठक में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी उपस्थित होकर संयुक्त विकास आयुक्त को इस बाबत प्रगति रिपोर्ट सौंपें।

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