प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से महिलाएं हो रहीं सशक्त और स्वस्थ
गर्भवती और धात्री माताओं को आर्थिक सहायता, पोषण और देखभाल में मिल रही मदद
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (PMMVY) गर्भवती और धात्री माताओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल साबित हो रही है। इस योजना के तहत सरकार महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है ताकि वे गर्भावस्था और प्रसव के दौरान बेहतर पोषण और स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त कर सकें।
योजना का उद्देश्य
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार करना है। यह योजना गर्भावस्था के दौरान आवश्यक पोषण और चिकित्सा देखभाल सुनिश्चित करती है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
गर्भवती महिलाएं इस योजना के लिए पात्र हैं वे इसका लाभ ले सकती हैं।
केवल पहले दो जीवित संतानों तक ही यह लाभ उपलब्ध है।
केंद्र या राज्य सरकार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में कार्यरत नियमित महिला कर्मचारी इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगी।
अन्य सरकारी योजनाओं से समान लाभ प्राप्त करने वाली महिलाएं भी इस योजना का लाभ नहीं ले सकतीं।
लाभार्थियों को कितनी धनराशि मिलेगी?
पहली संतान (लड़का या लड़की) के जन्म पर ₹5,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है।
गर्भावस्था के पंजीकरण पर ₹3,000।
शिशु जन्म का पंजीकरण कराने पर ₹2,000
दूसरी संतान यदि बालिका हो, तो पंजीकरण के बाद ₹6,000 की सहायता राशि प्रदान की जाती है।
ऐसे करें आवेदन
ऑनलाइन पंजीकरण: लाभार्थी खुद वेबसाइट pmmvy.wcd.gov.in पर आवेदन कर सकती हैं।
ऑफलाइन आवेदन: सीडीपीओ (बाल विकास परियोजना अधिकारी) या आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से भी आवेदन किया जा सकता है। मगर इसे भी विभागीय वेबसाइट पर ऑनलाइन अपडेट करना होता है।
आवेदन के लिए आधार कार्ड, एमसीपी कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना कार्ड, ई-श्रम कार्ड, किसान सम्मान निधि कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड आदि में से कोई एक दस्तावेज आवश्यक है।
पुराने लाभार्थियों के लिए ज़रूरी सूचना
बहुत से पुराने आवेदन लंबित पड़े हैं, जिनमें एमसीपी कार्ड की जानकारी अधूरी है। बीते दो वर्षों में आवेदन करने वाले ऐसे लाभार्थी, जिन्हें अब तक धनराशि नहीं मिली है, वे एमसीटीएस और आरसीएच नंबर युक्त एमसीपी कार्ड तथा जच्चा-बच्चा कार्ड की छायाप्रति विकास खंड स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय में जमा कर सकते हैं।
महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम
जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज कुमार मौर्या ने बताया कि यह योजना महिलाओं को न केवल आर्थिक सहयोग प्रदान कर रही है बल्कि गर्भवती महिलाओं को पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़कर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए महिलाएं अपने नजदीकी सीडीपीओ कार्यालय या आंगनबाड़ी केंद्र में संपर्क कर सकती हैं।
जिला कोआर्डिनेटर राजकुमार ने बताया कि गोंडा जिले में योजना के संचालन की अनवरत निगरानी की जा रही है, जिला और परियोजना कार्यालय योजना को आगे बढ़ाने में जुटे हुए हैं।



