मिशन शक्ति 5.0 के तहत सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पीजी कॉलेज में छात्राओं को मिला आत्मरक्षा और साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण
*प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोण्डा, 14 अक्टूबर 2025। महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को समर्पित मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत मंगलवार को सरस्वती देवी नारी ज्ञानस्थली पीजी कॉलेज में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) की दोनों इकाइयों एवं पुलिस के संयुक्त तत्वावधान में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने छात्राओं को साइबर सुरक्षा, एंटी रोमियो स्क्वॉड की कार्यप्रणाली और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि “डिजिटल युग में सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।” उन्होंने छात्राओं को बताया कि किसी भी प्रकार की असुरक्षा की स्थिति में तुरंत पुलिस सहायता के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन नम्बरों जैसे—112, 1090, 181, 1930 आदि का उपयोग कैसे और कब करना चाहिए।
एसपी ने छात्राओं से मिशन शक्ति के तहत आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया और कहा कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा तभी सुनिश्चित होगी जब वे खुद जागरूक होंगी और दूसरों को भी जागरूक करेंगी।
कार्यक्रम के दौरान संगीत विभाग की छात्राओं ने पुलिस अधीक्षक सहित उपस्थित अधिकारियों के सम्मान में मधुर स्वागत गीत प्रस्तुत किया, जिससे सभागार में उत्साह और उमंग का वातावरण बन गया।
कार्यक्रम का संचालन डा. हरप्रीत कौर ने किया जबकि इसकी रूपरेखा एवं सफल संचालन का दायित्व एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डा. मौसमी सिंह और डा. नीतू सिंह ने निभाया। पुलिस विभाग की ओर से छात्राओं से मिशन शक्ति 5.0 और एंटी रोमियो अभियान को लेकर फीडबैक फॉर्म भी भरवाए गए, ताकि कार्यक्रम की उपयोगिता और प्रभाव को मापा जा सके।
कार्यक्रम में महाविद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिकाएँ डा. आनन्दिता रजत, शिक्षिका रंजना बन्धु, डा. नीलम छाबड़ा, डा. सीमा श्रीवास्तव, डा. मनीषा सक्सेना, श्रीमती गीता श्रीवास्तव, सुनीता मिश्रा, सुषमा सिंह, सुबेन्दु वर्मा, मंगली राम और मनोज सोनी सहित बड़ी संख्या में छात्राएँ और एनएसएस स्वयंसेवक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित छात्राओं ने पुलिस अधीक्षक को आश्वस्त किया कि वे मिशन शक्ति के संदेश को समाज में फैलाने की दिशा में सक्रिय भूमिका निभाएँगी, ताकि हर महिला सुरक्षित, जागरूक और आत्मनिर्भर बन सके।



