रेडियो दिवस पर विशेष

गोण्डा का पहला कम्युनिटी रेडियो है रेडियो ज्ञानस्थली 89.6 Fm, बना हुआ है लोगों की आवाज़
मनोरंजन, जागरूकता और नई संभावनाओं का संगम
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News :

गोण्डा। जिले के लोगों को मनोरंजन, शिक्षा और जनहित योजनाओं की जानकारी देने के उद्देश्य से स्थापित रेडियो ज्ञानस्थली 89.6 FM आज लाखों श्रोताओं की पसंद बन चुका है। देवीपाटन मंडल और गोण्डा का यह पहला कम्युनिटी रेडियो है, जिसकी शुरुआत 9 दिसंबर 2022 को तत्कालीन जिलाधिकारी डॉ. उज्जवल कुमार के कर-कमलों द्वारा की गई थी।
इस रेडियो स्टेशन की स्थापना ATC Labs के C.E.O और रेडियो ज्ञानस्थली के डायरेक्टर डॉ. दीपेन सिन्हा की पहल से की गई, जिन्होंने गोण्डा के लोगों को सूचना, मनोरंजन और जागरूकता से जोड़ने का संकल्प लिया।
हर वर्ग के लिए खास कार्यक्रम, 2 लाख से ज्यादा श्रोता
रेडियो ज्ञानस्थली सिर्फ एक मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि एक माध्यम है जो युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों और किसानों के लिए विशेष कार्यक्रम प्रस्तुत करता है। यह स्टेशन सरकारी योजनाओं की जानकारी, सामाजिक मुद्दों पर चर्चा, लोकल टैलेंट को प्रमोट करने और ज्ञानवर्धक कार्यक्रमों के प्रसारण के लिए जाना जाता है।
आज इस रेडियो के श्रोताओं की संख्या 2 लाख से अधिक पहुंच चुकी है। इसे लोग टॉवर फ्रिक्वेंसी, इंटरनेट के रेडियो गार्डन और रेडियो ज्ञानस्थली के खुद के एप्लिकेशन के माध्यम से दुनिया भर में सुन सकते हैं।
भविष्य की नई योजनाएं – 18 फरवरी को दो बड़े प्रोजेक्ट्स की शुरुआत
बदलते दौर को ध्यान में रखते हुए रेडियो ज्ञानस्थली एक बड़ा कदम उठाने जा रहा है।
1. Video Podcast Studio की शुरुआत
अब रेडियो सिर्फ ऑडियो तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि 18 फरवरी 2025 को वीडियो पॉडकास्ट स्टूडियो लॉन्च किया जाएगा। यह पहल लोगों तक वीडियो माध्यम से सीधी पहुंच बनाने में मदद करेगी और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में नई संभावनाएं खोलेगी।
2. गोण्डा में पहली बार ‘डिप्लोमा इन डिजिटल मास कम्युनिकेशन’ कोर्स
युवाओं को मीडिया और संचार के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए 6 माह का ‘डिप्लोमा इन डिजिटल मास कम्युनिकेशन’ कोर्स शुरू किया जा रहा है। यह कोर्स पत्रकारिता, डिजिटल मीडिया, रेडियो, वीडियो प्रोडक्शन और विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में भविष्य बनाने के अवसर प्रदान करेगा।
गोण्डा में मीडिया क्रांति की ओर एक नया कदम
रेडियो ज्ञानस्थली की यह पहल शहर को डिजिटल युग से जोड़ने और स्थानीय युवाओं को नए करियर अवसर देने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

आरजे अदनान ने कहा कि अब गोण्डा के लोग सिर्फ श्रोता नहीं, बल्कि डिजिटल मीडिया का सक्रिय हिस्सा बन सकेंगे।

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