प्रदीप मिश्रा वरिष्ठ संवाददाता
दूसरे दिन भी मायूस शिक्षिकाओं ने मांग उठाई
गोण्डा। अन्तर जनपदीय तबादले के जरिए गोण्डा जिले में आई शिक्षिकाओं ने मुख्यालय से सटे ब्लॉक में तैनाती की मांग दोहराई है। बेसिक शिक्षा सचिव को पत्र भेजकर शिक्षिकाओं ने दूर ब्लॉक में तैनाती मिलने से उपजने वाले खतरों का हवाला भी दिया है। शिक्षिकाओं ने कहा है कि नजदीकी विद्यालयों में तैनाती मिलने से शिक्षण कार्य भी सुगमता के साथ हो सकेगा। और स्कूल पहुंचने की आपाधापी में होने वाली दुर्घटनाएं नहीं होंगी। शिक्षिका उर्मिला पाठक ने कहा कि नजदीक के ब्लॉकों के स्कूल के विकल्पों की संख्या बढ़ाई जाए। जिससे महिलाएं विकल्प चुनने में बेहतर हो सके।
इन शिक्षिकाओं को अन्तर जनपदीय तबादले के तहत दो माह पहले जिले के लिए तबादला हुआ था। गैर जिले से गोण्डा में आए शिक्षक शिक्षिकाओं को जिले में आने के बाद बीएसए दफ्तर में ही ज्वाइन करा दिया गया था। तब से बीएसए दफ्तर में ही ये शिक्षक शिक्षिकाएं अपनी हाजिरी लगा रही हैं। शिक्षकों को स्कूल चुनने का विकल्प जल्दी ही मिलने वाला है मगर शिक्षक इसके लिए जारी नीति को लेकर मायूस हैं। उनका कहना है कि आखिर क्यूं शिक्षकों के कुल पदों के मुकाबले अधिक स्कूलों का विकल्प नहीं खोला जा रहा है। उनके समक्ष स्कूलों की संख्या को कुल शिक्षकों की संख्या के मुकाबले दो से तीन गुना तक वैकल्पिक स्कूल होना चाहिए।
शिक्षिकाओं में संतोष कौशल, रजनी सिंह, रोली सिंह, अनुपमा जायसवाल, नुपुर पाण्डेय, सुधा मिश्रा, आरिफा खातून, संगीता, ममता, आशी शुक्ला, वंदना सिंह, अर्शी बानो, शशी, नीलम शुक्ला, पूनम, अखण्ड ज्योति, भावना कश्यप, करुणा स्वामी, अंजू सिंह, रेखा वर्मा, के अलावा अविनाश सिंह व संदीप सिंह आदि हैं।



