संगठन ने कार्रवाई न होने तक अनशन जारी रखने का लिया निर्णय
पंडरी कृपाल सीएचसी पर स्वास्थ्य कर्मियों का अनशन जारी
अधीक्षिका के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों में उपजा हुआ है आक्रोश, अधीक्षिका पर उत्पीड़न का है आरोप
अधीक्षिका के तबादले की मांग पर अड़ा हुआ है संगठन
बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन ने अनशन को दे रखा है समर्थन
मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने कर रखा है अनशन का आह्वान
उत्तर प्रदेशीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ भी जता चुका है अधीक्षिका के प्रति विरोध
एएनएम और सीएचओ ने तीसरे दिन भी दिया सीएचसी पंडरी कृपाल पर धरना
सीएचसी अधीक्षिका के विरुद्ध आंदोलन को कर्मचारी संगठनों ने दिया समर्थन, अब साथ में करेंगे अनशन
संगठन की जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला ने बताया कि सीएचसी अधीक्षिका के उत्पीड़न की शिकार स्वास्थ्य कर्मी कार्रवाई होने तक अनशन पर रहेंगे।
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता
Gonda News
गोंडा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पंडरी कृपाल पर स्वास्थ्य कर्मियों का अनशन सोमवार तीसरे दिन भी जारी रहा। यह अनशन सीएचसी की अधीक्षिका के खिलाफ उत्पीड़न के आरोपों को लेकर चल रहा है, जिसके कारण स्वास्थ्य कर्मियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। स्वास्थ्य कर्मियों ने आरोप लगाया है कि सीएचसी की अधीक्षिका का व्यवहार कर्मियों के साथ ठीक नहीं है जिसके खिलाफ वे लामबंद हो गए हैं। उनका कहना है कि जब तक अधीक्षिका के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा। इस विरोध में केवल स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी ही शामिल नहीं हैं, बल्कि विभिन्न संघों ने भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। बेसिक हेल्थ वर्कर्स एसोसिएशन ने इस अनशन को अपना समर्थन दिया है, जबकि मातृ शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने इसे आह्वान किया है। साथ ही, उत्तर प्रदेशीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी संघ भी अधीक्षिका के प्रति अपने विरोध को जाहिर कर चुका है।
स्वास्थ्य कर्मियों की मांग है कि सीएचसी की अधीक्षिका को तत्काल स्थानांतरित किया जाए। इस मुद्दे पर स्वास्थ्य कर्मियों ने पहले भी सीएमओ दफ्तर का घेराव किया था, लेकिन उस समय सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा के साथ हुई वार्ता असफल रही थी
दो दिन पहले शनिवार को स्वास्थ्य कर्मियों ने सीएचसी पंडरी कृपाल पर धरना शुरू किया था, जिसके बाद एडी हेल्थ और सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा सीएचसी पर पहुंची थीं। उन्होंने कर्मियों के साथ बातचीत की और मंगलवार तक जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था। हालांकि, अब तक इस आश्वासन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों का आक्रोश और भी बढ़ गया है।
महिला स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि वे उत्पीड़न के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगी। संघ की जिलाध्यक्ष अंजनी शुक्ला ने बताया कि जब तक प्रशासन इस मामले में कार्रवाई नहीं करता, तब तक महिला स्वास्थ्य कर्मी अनशन पर रहेंगी। उन्होंने कहा कि अधीक्षिका पर लगे उत्पीड़न के आरोपों की निष्पक्ष जांच हो। जब तक जांच पूरी नहीं होती, अधीक्षिका को पंडरी कृपाल सीएचसी से तत्काल प्रभाव से हटाया जाए। उन्होंने कहा कि यह सभी स्वास्थ्य कर्मियों के हक की लड़ाई है।
संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि मंगलवार तक कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे अपनी संघर्ष को और तेज करेंगे। उनकी मांग है कि सीएचसी की अधीक्षिका पर उत्पीड़न के आरोपों की तुरंत जांच की जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
इस आंदोलन ने स्वास्थ्य कर्मियों के बीच एकजुटता की भावना को और भी प्रगाढ़ किया है, और यह साबित कर दिया है कि जब तक उनका हक नहीं मिलता, वे अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे। एएनएम एकता वर्मा, मानकी वर्मा, हेमलता वर्मा, रुचि शुक्ला, श्वेता श्रीवास्तव, लालपति, पूजा यादव, रेनूसिंह, विनीता, किरन वर्मा, आरती, प्रीति, लक्ष्मी, आदि रहीं।



