विद्यालयों के मर्जर के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने विधायक को सौंपा ज्ञापन

बेटी पढ़ाओ अभियान और RTE के उल्लंघन का आरोप, मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग
प्रदीप मिश्रा, प्रमुख संवाददाता

Gonda News

गोंडा। स्कूलों के युग्मन (मर्जर) आदेश के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, गोंडा ने मंगलवार को एक प्रतिनिधिमंडल के माध्यम से विधायक कर्नलगंज माननीय अजय कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित था। महासंघ के मंडलीय महामंत्री गजाधर सिंह के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में विद्यालयों के एकीकरण के आदेश को तत्काल वापस लेने की मांग की गई।

कार्यकारी जिलाध्यक्ष राहुल श्रीवास्तव ने कहा कि कम नामांकन वाले विद्यालयों को मर्ज करना, शिक्षा के अधिकार अधिनियम (RTE) 2009 की मूल भावना के विरुद्ध है। अधिनियम के अनुसार कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों के लिए स्कूल 1 किलोमीटर की दूरी के भीतर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह निर्णय बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को भी कमजोर करता है। “यदि विद्यालय दूर होंगे तो बच्चियां शिक्षा से विमुख हो जाएंगी। यह उनके मौलिक अधिकार पर कुठाराघात है,” उन्होंने कहा।

ज्ञापन में यह भी कहा गया कि विद्यालय मर्जर से विद्यालयों में कार्यरत न्यूनतम मानदेय पर नियुक्त रसोइयों के जीवन पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इससे न केवल शिक्षा की पहुंच बाधित होगी, बल्कि रोजगार पर भी असर पड़ेगा।

विधायक अजय कुमार सिंह ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि वे स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर इस मुद्दे को उनके संज्ञान में लाएंगे।

इस मौके पर जिला संयुक्त महामंत्री आनन्द प्रताप सिंह, ब्लॉक कटरा के अध्यक्ष दीपक श्रीवास्तव, परसपुर ब्लॉक अध्यक्ष संदीप कुमार सिंह, मंत्री प्रवीण कुमार तिवारी, उपाध्यक्ष शिव गोपाल शुक्ल, बेलसर ब्लॉक अध्यक्ष सत्य व्रत वर्मा, कोषाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र, TSCT जिला संयोजक रणजीत सिंह, अजय यादव समेत संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

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